वृन्दावन जहा मोक्ष की प्राप्ति हेतु विधवा महिलाये बड़ी संख्या में कृष्ण की भक्ति में लीन होने पहुचती है उसी वृन्दावन में आज उनके साथ असंख्य अन्याय की बात सामने आ रही है .काल कोठरियों में शिशक शिशक
कर जीने को मजबूर है हमारी ये मताए उन्ही को समर्पित यह पोस्ट है ताकि आप लोगो तक उनकी बाते पहुच सके और हो सके तो उनके जीवन को सुधारने का प्रयास हम सब मिल कर करे और इनके दुखो को सरकार तक भी पहुचने का प्रयास किया जाए जिससे उनके जीवन का अंतिम प्रहर खुशहाली भरा हो पाए
हे कृष्ण लो एक बार पुनह इस धरती पर अवतार ताकि मानवता ना हो अब और तार तार
देखते तो तो तुम भी होगे की कैसे इस मृत्यु लोक में चंद रुपयों की खातिर बेटिया बेचीं जाती है
बेटो की चाहत में कोख तक गिरवी रख दी जाती है जिस कुल दीपक की चाहत में करते ये इतने अन्याय है
वही कुल दीपक इनकी जिंदगियो को वृदाबन की काल कोठरियों में तडपता छोड़ आता है
वृन्दावन की काल कोठारिया पुकार रही है तुम्हे हे कृष्ण !
आखिर तुम ही तो इनके उधारक हो
तुमको पाने की चाहत में ही तो इन्होने अपना जीवन न्योछावर कर डाला
तुम इतने कठोर तो ना थे जरा याद करो
कैसे तुम द्रोपदी की एक पुकार पर भागे चले आये थे
कैसे तुमने दुष्ट राक्षसों का संहार किया
भक्तो की पुकार पर आने का किया वादा
क्या तुम भूल गए या फिर अब मृत्यु लोक तुम्हे भी डरावनी लगने लगी है
क्योकि अब मृत्यु लोक में बेटिया भी बिकने लगी है
जिन्हें अपनों ने छोड़ा आओ हम उनकी सुधि ले ..................
पूरी ब्लॉग बुलेटिन टीम की ओर से आप सभी को श्री कृष्णजन्माष्टमी की हार्दिक बधाइयाँ एवं शुभकामनाएँ !
जवाब देंहटाएंब्लॉग बुलेटिन की आज की बुलेटिन कृष्ण जन्म सबकी अंतरात्मा में हो मे आपकी पोस्ट को भी शामिल किया गया है ... सादर आभार !
खुबसूरत अभिवयक्ति......श्री कृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनायें......
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