केंद्र सरकार द्वारा अश्लील वेबसाइट पर प्रतिबन्ध लगा कर देश की संस्कृति को बचने का एक सार्थक प्रयाश किया गया आज 99% बलात्कार की घटनाए पार्न विडियो और नशे की वजह से समाज मे घटित हो रही है ।महिलाओ को जिस प्रकार विडियो मे देखते है उसी प्रकार की क्षवि मस्तिष्क मे बन जाती है ।युवा वर्ग पार्न फिल्म देखकर दिग्भ्रमित हो रहे है और महिलाओ को मनोरजन का साधन मात्र समझते है जिसका असर आने वाली पीढियो पर पडेगा । सरकार की घोषणा से खुशी हुई थी लेकिन जब पुनः सुचना प्रसारण मंत्री रवि शंकर प्रसाद द्वारा घोषणा कि गई कि सिर्फ बच्चो की साईट को बंद किया जाऐगा तो निराशा हुई आखिर ये उ टर्न किसके दबाब में लिया जा रहा है यह सभ्य समाज जानना चाहता है क्योकि देश की बहुसंख्यक आबादी इसके पक्ष में नहीं है . तथाकथित बुद्धिजीवियों और पश्चिमी संस्कृति का अंधानुकरण करने वालो के दबाब में एक पूर्ण बहुमत की सरकार आ जाये यह चिंता की बात है . आज जिस प्रकार की घटनाये देखने और सुनने को मिल रही है उसमे पोर्न वीडियो का बहुत बड़ा हाथ है लेकिन कुछ लोग ऐसा नहीं मानते और ये वही लोग है जो की सड़क पर किश ऑफ़ डे मानाने से भी नहीं हिचकते तो क्या ऐसे लोगो के दबाब पर सरकार फैसले को वापस लेने पर मजबूर हुई है सरकार इस मामले मे गंभीरता पुर्वक विचार करे और सभी साईट को बंद करे तथाकथित पश्चिमी संस्कृति के दलालो के विरोध को दरकिनार कर भारतीयता को बचाने की आवश्यकता है ।#Bjp_Govt #Porn #Ban
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